सावन सोमवार व्रत: कब है, पूजा विधि, पौराणिक कथा, व्रत में क्या खाएं | Sawan Somwar Vrat 2023 Dates, Puja Vidhi in Hindi

Sawan Somvar Vrat: श्रावण/सावन माह में आने वाले सोमवारों को सावन सोमवार कहां जाता है। सावन को भगवान शिव का प्रिय माह माना गया है इसलिए इस महीने में भगवान शिव की उपासना की जाती है ऐसा माना जाता है कि सावन में पढ़ने वाले सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने से वे हमारी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे।

भगवान शिव के प्रिय महा में भक्तों द्वारा तीन प्रकार के व्रत रखे जाते हैं :-

1.  सावन सोमवार व्रत – सावन माह में सोमवार के दिन जो व्रत रखा जाता है उसे सावन सोमवार व्रत कहते हैं। 

2. सोलह सोमवार व्रत – सावन को पवित्र महीना माना जाता है इसलिए सोलह सोमवार व्रत शुरू करने के लिए यह बेहद ही शुभ समय माना गया है। 

3. प्रदोष व्रत – सावन में भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद पाने के लिए प्रदोष व्रत भी किया जाता है।

सावन सोमवार व्रत: कब है, पूजा विधि, पौराणिक कथा, व्रत में क्या खाएं

सावन सोमवार 2023 में कब-कब है (Sawan Somvar 2021 Start Date)

इस साल सावन सोमवार 4 नहीं बल्कि पूरे 8 होंगे। जानिए तिथि।

1. सावन सोमवार व्रत- 10 जुलाई 2023

2. सावन सोमवार व्रत- 17 जुलाई 2023

3. सावन सोमवार व्रत- 24 जुलाई 2023

4. सावन सोमवार व्रत- 31 जुलाई 2023

5. सावन सोमवार व्रत- 7 अगस्त 2023

6. सावन सोमवार व्रत- 14 अगस्त 2023

7. सावन सोमवार व्रत- 21 अगस्त 2023

8. सावन सोमवार व्रत- 28 अगस्त 2023

सावन सोमवार व्रत पूजा विधि

1. व्रत के दिन ब्रम्हमुहूर्त में सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण कर ले। 

2. फिर सर्वप्रथम सूर्यदेव को जल अर्पित करे।

3. फिर पूजा के स्थान और पूरे घर में गंगाजल छिड़क कर शुद्ध करें। 

4. इसके बाद यदि आप घर में शिवलिंग बनाकर पूजा करे या फिर भगवान शिव और पार्वती की प्रतिमा के सामने आसन लगा के बैट जाये। 

5. फिर व्रत व्रत का संकल्प ले और संकल्प लेने के लिए यह मंत्र पड़े –

‘मम क्षेमस्थैर्यविजयारोग्यैश्वर्याभिवृद्धयर्थं सोमव्रतं करिष्ये’

6. फिर यह मंत्र पढ़ कर ध्यान करे –

ध्यायेन्नित्यंमहेशं रजतगिरिनिभं चारुचंद्रावतंसं रत्नाकल्पोज्ज्वलांग परशुमृगवराभीतिहस्तं प्रसन्नम्‌।

पद्मासीनं समंतात्स्तुतममरगणैर्व्याघ्रकृत्तिं वसानं विश्वाद्यं विश्ववंद्यं निखिलभयहरं पंचवक्त्रं त्रिनेत्रम्‌॥

पार्थिव शिवलिंग पूजा कैसे करे 

7. पहले शिव जी को जल से स्नान कराये 

8. उसके बाद भगवान शिव को दूध, शहद या पंचामृत से अभिषेक करें। 

9. पुष्प अर्पित करें, धूप जलाएं ,और दीप प्रज्वलित करें। 

10. पूजा में बेलपत्र चढ़ाएं, शिवलिंग पर धतूरा, चंदन, चावल,और शहद चढ़ाएं। 

11. इसके बाद – ऊं नमः शिवाय मंत्र से शिवजी का और ऊं शिवायै नमः से पार्वतीजी का षोडशोपचार पूजन करें।

12. अंत में भगवान शिव की आरती करें भोग लगाए और प्रसाद वितरण करें।

फिर सात्विक भोजन ग्रहण करे।  

सावन सोमवार व्रत से जुड़ी पौराणिक कथाये 

1. ऐसी मान्यता है कि पर्वतराज हिमालय के घर देवी सती का पार्वती के रूप में दोबारा जन्म हुआ था देवी तब  भगवान शिव को दोबारा पती रूप में पाने के लिए माता पार्वती ने सावन के महीने में ही कठोर तपस्या की थी। 

इसके बाद भगवान शिव ने प्रसन्न होकर माता पार्वती की मनोकामना को पूरा करते हुए उनसे विवाह किया था।

सावन के महीने में ही भोले शिव शंकर ने देवी पार्वती को अपनी पत्नी माना था इसलिए भगवान शिव को आवन का महीना बहुत प्रिय होता है।

ये कथा स्‍वयं शिव जी ने सनत कुमारों को सुनाई थी जब उन्‍होंने शिव जी सावन का महीना इतना प्रिय क्यों होने के बारे में पूछा था।

2. एक और पौराणिक कथा के अनुसार सावन के सोमवार की कथा समुद्र मंथन से जुड़ी हुई है। जब देवताओं और असुरों के बीच समुद्र मंथन की प्रक्रिया प्रारंभ हुई तो उसने विश भी निकला। 

संसार को बचाने के लिए इस विष को भगवान शिव ने ग्रहण किया था। विषपान करने से शिवजी का शरीर अत्यधिक गर्म हो गया था। 

विष को भगवान शिव ने अपने गले से नीचे नहीं उतरने दिया तभी से उनका नाम नीलकंठ पड़ा। 

विष पीने से भगवान शिव को जब परेशानी होने लगी तो इंद्रदेव ने शिवजी के शरीर को शीतल करने के लिए वर्षा करा दी वो सावन का महीना था तभी से सावन महीने में शिवजी को जल चढ़ाया जाता है। 

सावन सोमवार व्रत में क्या खाएं 

सोमवार के व्रत में सात्विक भोजन या पेय पदार्थ ग्रहण करे और सुद्धत्ता का विशेष ध्यान रखे। 

व्रत में आप फल जैसे – आम, तरबूज, खरबूजा, खीरा या कोई भी मौसमी फल का सेवन कर सकते है।  8-10 गिलास जरूर पिएं।

आप फलो से तैयार जूस का भी सेवन कर सकते है जिससे आप का शरीर में ठंडक और एनर्जी बनी रहेगी। आप नारियल पानी भी पी सकते है। 

व्रत में आप दूध, दही, चाय, या शेक भी पी सकते है। ड्रायफूड भी खा सकते है। 

व्रत में फलाहार बनाने के लिए केवल सेंधा नमक (Rock Salt) का ही इस्तेमाल करे सामान्य नमक का इस्तेमाल ना करे।

आप साबूदाने से बने व्यंजन, आलू , सिंघाड़े के आटे से बने पकवान, या अन्य मीठी और नमकीन चीज़ खा सकते है।  

तो ये थी जानकारी की सावन सोमवार व्रत क्यों मनाया जाता है, सावन सोमवार 2021 में कब-कब है, सावन सोमवार पूजा विधि, सावन सोमवार पूजा विधि, पार्थिव शिवलिंग पूजा कैसे करे, सावन सोमवार से जुड़ी पौराणिक कथाये, सोमवार व्रत में क्या खाएं। 

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