महिलाओं का श्मशान घाट जाना वर्जित क्यों है | महिला श्मशान क्यों नहीं जाती, कारण

हिन्दू धर्म में अंतिम संस्कार से जुड़ी कई मान्यताये है, उन्ही में से एक है कि जब भी किसी की मृत्यु हो जाए तो परिवार की महिलाओं को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट नहीं जाना चाहिए। हिंदू पुराणों में महिलाओं को श्मशान घाट जाना वर्जित बताया गया है और साथ ही यह भी बताया … Read more

मृत्यु के बाद तेरहवीं क्यों मनाई जाती है, Significance of Tehravi in Hinduism

आप सभी ने देखा होगा कि हिंदू धर्म में किसी की मृत्यु हो जाने के बाद उसके मृत शरीर का अंतिम संस्कार कर दिया जाता है और फिर मृत आत्मा की मुक्ति के लिए मृतक के परिवार वालो द्वारा उसकी तेरवीं मनाई जाती है। परंतु क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर तेरहवीं मनाई क्यों जाती है, तेरहवीं से प्रेत … Read more

गुरुवार व्रत: बृहस्पति देव पूजा विधि और व्रत-कथा | गुरुवार व्रत में क्या खाये

Thursday Fast: आज हम जानेंगे बृहस्पतिवार व्रत (गुरुवार व्रत) के बारे में की यह व्रत क्यों रखा जाता है, इसकी कथा क्या है, इस व्रत को किस प्रकार रखना चाहिए इसकी विधि क्या है, गुरुवार व्रत के लाभ क्या है, इस दिन क्या दान करे, गुरुवार के दिन दान के लाभ, इस दिन क्या न करे  … Read more

क्यों आते है भगवन के सपने | सपने में भगवान को देखने का क्या होता है मतलब

मित्रों आज हम बात करेंगे कि क्यों आते है भगवन के सपने?, सपने में भगवान दिखाई दे तो क्या होता है मतलब ? दोस्तों सबसे पहले तो चलिए स्वप्नों के विषय में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य जानते हैं। सपने देखना बहुत साधारण सी बात है। सभी लोगों को सपने आते है, किसी को कम तो किसी को अधिक कुछ … Read more

महाशिवरात्रि पूजा विधि, पूजा महत्व एवं लाभ, पौराणिक कथायें | Mahashivratri Muhurat 2023

हिन्दुओ के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है, महाशिवरात्रि। फाल्गुन माह की कृष्ण चतुर्दशी को यह पर्व मनाया जाता है इस दिन शिव भक्त मंदिरो में शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, शहद, शर्करा आदि से शिव जी का अभिषेक करते है। तथा पुष्प, बेलपत्त, धतूरा और अन्य पूजन सामग्री चढ़ा कर पूजा, व्रत, और रात्रि जागरण करते है। महाशिवरात्रि महत्व … Read more

दुर्गा सप्तसती अध्याय 12 हिंदी अनुवाद सहित | दुर्गा सप्तसती द्वादशोऽध्यायः

एकाग्रचित होकर जो तीन नेत्रों वाली दुर्गा देवी जो सिंह के कंधे पर बैठी हुई, हाँथ में चक्र, गदा, तलवार, ढाल, बाण, धनुष, पाश, तर्जनी, मुद्रा धारण किये हुए है। जिनका स्वरुप अग्निमय है, तथा वे माथे पर चन्द्रमा का मुकुट धारण की हुई है। दुर्गा सप्तसती के इस बारवे अध्याय में उन्ही माँ दुर्गा … Read more

दुर्गा सप्तसती अध्याय 11 हिंदी अनुवाद सहित | दुर्गा सप्तसती एकादशोऽध्याय

देवी के द्वारा, वहाँ महा दैत्यपति शुम्भ के मारे जाने पर, इन्द्र आदि देवता, अग्नि देवता को आगे कर के, देवी के सम्मुख जा कर के देखते हैं की, जगदम्बा के श्री अंगो की सोभा प्रातः काल के सूर्य के समान है, और मस्तक पर चन्द्रमा का मुकुट है। वे तीन नेत्रों से युक्त है, … Read more

माँ दुर्गा के 32 नाम, दुर्गा 32 नाम के लाभ | Shri Durga Dwatrinsha Naamamala Stotra, Benifits

माँ दुर्गा के 32 नामो की माला रूपी स्तुति यह जगदम्बा की विशेष स्तुति है।इसके जप करने के पहले करन्यास, अंगन्यास, हृदयन्यास, ध्यान आदि कुछ भी करने की आवश्यकता नहीं है। तो आइये जानते है माँ दुर्गा के बत्तीस नाम और इसका जप करने से लाभ। दुर्गा जी के स्वरुप का ध्यान कर बत्तिस नामो की … Read more

Navarna Mantra: दुर्गा नवार्ण मंत्र, जाप की विधि, हिंदी अर्थ सहित

दुर्गा दुखों का नाश करने वाली देवी हैं। इसलिए जब उनकी पूजा पूर्ण श्रद्धा, भक्ति और आस्था से की जाती है तो उनकी नवों शक्तियां जागृत होकर नौ ग्रहों को नियंत्रित कर देती हैं। माँ दुर्गा के ‘नवार्ण मंत्र’ का जाप दुर्गा की नौ शक्तियों को जागृत करने के लिए किया जाता है।   नवार्ण मूलतः … Read more

माँ दुर्गा के 108 नाम, हिंदी अनुवाद सहित | 108 names of Maa Durga, With Hindi Translation

दुर्गा अष्टोतर सतनाम पाठ का श्रवण करने से परम साध्वी भगवती दुर्गा प्रसन्न हो साधक को मनवांछित फल प्रदान करती हैं एवं धन धान्य से परिपूर्ण कर देती हैं । श्री दुर्गाष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम् (दुर्गा 108 नाम) ॐ सती साध्वी भवप्रीता भवानी भवमोचनी । आर्या दुर्गा जया चाद्या त्रिनेत्रा शूलधारिणी ॥ पिनाकधारिणी चित्रा चण्डघण्टा महातपाः।  … Read more